पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं! पुरखे जगत से कभी विदा नहीं होते , संतति के कण कण में रचे बसे होते हैं!
हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो लगता है। हां,वादों को निभाने में वक्त तो लगता है। अनचाहे पन्नों को पढ़ने में वक्त तो ल...
सदा प्रसन्ना, भक्त वत्सला, दयानिधि हे जगदंबे. हे दयामयी अम्बे, हे कृपामयी अम्बे सदा प्रसन्ना, भक्त वत्सला, दयानिधि हे जगदंबे. हे दयामयी अम्बे, हे कृपामयी अम्...
भारत का स्वाभिमान सैनिक जवान।। भारत का स्वाभिमान सैनिक जवान।।
बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...? बूढी होने पर आप कैसा दिखना चाहेंगे...? अपनी माॅं की तरह ही...?
तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।। तुम्हें सुनना है अंतस की आवाज़ रखना है ख़ुद पर विश्वास।।